***आज बस आज **
आज यह वादा करो
आज यह इरादा करो
आज में ही जीना है
आज में ही मरना है
आज बस आज है
आज के बाद सब बर्बाद है ??
आज को समेट लो
आज हंस लो
आज ही गा लो
आज हम साथं हैं
आज के बाद क्या पता कहाँ हैं ??
आज को वर्तमान कहते हैं
आज के बाद को भविष्य
आज से पहले भूत
आज जो भी है,,बस सब आज है ??
आज अगर खुश हो
आज अगर दुखी हो
आज सच यार आज है
आज ही पाना है
आज ही तो खोना है
आज इसी लिए तो खास है
“अजीत” जी ले आज
कल किसने देखा…सच सब बर्बाद है ??
अजीत तलवार
मेरठ