*आज बरसात है (मुक्तक)*
आज बरसात है (मुक्तक)
—————————————
बादलों से घिरा दिन है, ज्यों रात है
कालिमामय गगन देखो,क्या बात है
यह हवा मस्त मौसम है, जादू भरा
भीगा मन और तन आज, बरसात है
—————————————
रचयिता :रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451