आज किसी की जुल्फे छु के गुजरा हु,…..
आज किसी की जुल्फे छु के गुजरा हु,
जैसे सावन की हवा ले के गुजरा हु,
खुद के सम्हाल लो कदम बहेक न जाओ,
मैं पुरे मधुशाले का नसा ले के गुजरा हु।
(अवनीश कुमार)
आज किसी की जुल्फे छु के गुजरा हु,
जैसे सावन की हवा ले के गुजरा हु,
खुद के सम्हाल लो कदम बहेक न जाओ,
मैं पुरे मधुशाले का नसा ले के गुजरा हु।
(अवनीश कुमार)