आज किसी का दिल टूटा है
आज किसी का दिल टूटा है
आज बहुत रोया है कोई
आज किसी से कोई छूटा है
किसी का क्या खोया है कोई
आज किसी का दिल टूटा है
आज बहुत रोया है कोई
आज फ़िज़ा है भीगी भीगी
मौसम में भी नमी सी है
ऐसा लगता है रो रो के
आज रात सोया है कोई
आज किसी का दिल टूटा है
आज बहुत रोया है कोई
तेरे शहर में ये किसने
नाम से हमें पुकारा है
तेरे इस बेरहम शहर में
अपना भी गोया है कोई
आज किसी का दिल टूटा है
आज बहुत रोया है कोई
हमने अपनी पलकों पे
इस अश्कों के धागे से
तेरे प्यार की माला में
मोती सा पिरोया है कोई
आज किसी का दिल टूटा है
आज बहुत रोया है कोई
तू इन अश्कों पे न जा
दर्द से मेरे दूर ही रह
हमने इन अश्कों से अपने
दागे दिल धोया है कोई
आज किसी का दिल टूटा है
आज बहुत रोया है कोई
From my Book
Khali Khali Sa Jahan