आज का दिन
आज का दिन
मौका है
बीते कल
को
परखने का
जरा सा
संभलने का
अभी हम
जिस जगह पर हैं
इससे
बेहतर होगे
यह सब
आसान है
अगर तय हो
सीमाऐं
अगर खुद
सकारात्मक
हो जायें
अपनी
तैयारी
हमको पूरी करनी
जो भी मिला है
उसकी
तरफ नजर रखनी
जो भी
अपनी ताकत
उसको
धार देनी
अपने हम
मीत बने
तब ही
यह जीवन सधे।
डा. पूनम पांडे