उनको मंजिल कहाँ नसीब
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
जिस मीडिया को जनता के लिए मोमबत्ती बनना चाहिए था, आज वह सत्त
सूरत अच्छी ,नीयत खोटी दर्पण देख रहे हैं लोग ,
चलो कल चाय पर मुलाक़ात कर लेंगे,
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
कुछ भी नहीं हमको फायदा, तुमको अगर हम पा भी ले
"आतिशे-इश्क़" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जो शख़्स तुम्हारे गिरने/झुकने का इंतजार करे, By God उसके लिए
शीर्षक– आपके लिए क्या अच्छा है यह आप तय करो
*चिकने-चुपड़े लिए मुखौटे, छल करने को आते हैं (हिंदी गजल)*
दिव्य दर्शन है कान्हा तेरा
Ishq - e - Ludo with barcelona Girl
यहाँ सब काम हो जाते सही तदबीर जानो तो