आज कहानी कुछ और होती…
हिम्मत थोड़ी और दिखाई होती तो,
आज कहानी कुछ और होती।
नफरत करता रहा ताउम्र वो
थोड़ा प्यार दिखा दिया होता तो,
आज कहानी कुछ और होती
लाख गलतिया कर मुझे ही दोष देता था
एक बार गुनहगार और बन जाता तो,
आज कहानी कुछ और होती
इंकार किया नही उसने कभी
इजहार मैंने ही कर लिया होता तो
आज कहानी कुछ और होती
खुद को खो दिया तेरी तलाश में
तुम आ गए होते कल पास मेरे तो
आज कहानी कुछ और होती
भटकता रहा मैं अंधेरी राहों में
जरा सी रोशनी दिख गयी होती तो
आज कहानी कुछ और होती।
हिम्मत थोड़ी और दिखाई होती तो
आज कहानी कुछ और होती।