आज उनकी जय बोल
जो फन्दो पर झूले
कलमो से खतरो को झेले
जो नही है बीच हमारे
उनकी सहरानाये गायो सारे
जो बीज गये है-बोल
आज उनकी जय बोल।।।।।।
मातृ भूमि की सेवा खातिर
कर्म करने में हुये आतुर
भिड गये वीर टोले में
लड गये अंग्रेजो से डोल।।।।।।१
आज उनकी जय बोल। ।।।।
पकड के जेल गये सारे
भगत बिस्मिल थे न्यारे
डरे नही उनसे प्यारे
डोले बे फंदो पर डोल।।।।।२
आज उनकी जय बोल।।।।।।
मात पिता की परबाह न करके
लगे जूझने उनसे भिडकर
देश उन्हे प्राणो से प्यारा
बोले जो नारा वो बोल।।।।।३
आज उनकी जय बोल।।।।।