आजादी
भव्य गगन की सुंदरता,
पक्षियों की चंचलता,
मानस पटल की विशालता,
सब आजादी का खेल है।
प्रेम–बंधन, रिश्ते नाते,
प्रकृति की वो सुंदरता,
मानव हृदय के गर्भ में,
उन्मुक्त होकर घूम रहा।
आजादी की एक झलक,
सबको प्यारी है,
चाहे वो मानव गृहस्थ हो,
या हो वो वनबरी।
सुख, सुविधा छोड़कर,
आजादी की कामना करते हैं,
मानव इतिहास पलट कर देखो,
सब आजादी चाहते हैं।