Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Sep 2024 · 1 min read

आजादी की धुन

हम भूल गये है उनको ,जो दे गये है कुर्बानी।
घर छोड़ा देश के हित मे, एक जज्बा था इंसानी।।
कुछ घर के समृद्धि मे,कुछ हालत नाजुक वाले।
क्रांति धारा मे कूद पड़े ,बन आजादी मतवाले।।
कोई देहाती या शहरी, ना भेद किसी के मन मे।
जो नीति बनाते नेता, सब उसी रहा पर चलते।।
मिशन था बस आज़ादी, ना फिक्र जान की करते।
हर कदम भरा खतरो से, आजादी की सजा सही।।
लिए खून के बदले खून, असहयोग अहिंसा राह चली।
अंग्रेजो भारत छोड़ो , हर जुबां पे ये नारा हुआ।।
आज़ादी लेकर ही रहे, स्वतंत्र देश हमारा हुआ।
विदेशी हकुमत ख़त्म हुई, अपना ही सविधान बना।।
तिरंगा झंडा फहराया अपना, भारत देश महान बना।
जय भारत जय हिंद ।।

Language: Hindi
12 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मॉर्निंग वॉक
मॉर्निंग वॉक
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
🙅एक नज़र में🙅
🙅एक नज़र में🙅
*प्रणय प्रभात*
सम्मान में किसी के झुकना अपमान नही होता
सम्मान में किसी के झुकना अपमान नही होता
Kumar lalit
जिंदगी बोझ लगेगी फिर भी उठाएंगे
जिंदगी बोझ लगेगी फिर भी उठाएंगे
पूर्वार्थ
शायरी 2
शायरी 2
SURYA PRAKASH SHARMA
ज़िंदगी तुझसे
ज़िंदगी तुझसे
Dr fauzia Naseem shad
उस जैसा मोती पूरे समन्दर में नही है
उस जैसा मोती पूरे समन्दर में नही है
शेखर सिंह
🌱कर्तव्य बोध🌱
🌱कर्तव्य बोध🌱
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
नव अंकुर स्फुटित हुआ है
नव अंकुर स्फुटित हुआ है
Shweta Soni
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
किसी बच्चे की हँसी देखकर
किसी बच्चे की हँसी देखकर
ruby kumari
2902.*पूर्णिका*
2902.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
" फ़ौजी"
Yogendra Chaturwedi
*नयी पीढ़ियों को दें उपहार*
*नयी पीढ़ियों को दें उपहार*
Poonam Matia
समन्वय
समन्वय
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सच्चा प्यार तो मेरा मोबाइल अपने चार्जर से करता है एक दिन भी
सच्चा प्यार तो मेरा मोबाइल अपने चार्जर से करता है एक दिन भी
Ranjeet kumar patre
മോഹം
മോഹം
Heera S
तौबा ! कैसा यह रिवाज
तौबा ! कैसा यह रिवाज
ओनिका सेतिया 'अनु '
मुश्किल है अपना मेल प्रिय।
मुश्किल है अपना मेल प्रिय।
Kumar Kalhans
काव्य की आत्मा और औचित्य +रमेशराज
काव्य की आत्मा और औचित्य +रमेशराज
कवि रमेशराज
रस्म उल्फत की यह एक गुनाह में हर बार करु।
रस्म उल्फत की यह एक गुनाह में हर बार करु।
Phool gufran
भावनात्मक निर्भरता
भावनात्मक निर्भरता
Davina Amar Thakral
होली
होली
Mukesh Kumar Sonkar
छुट्टी का इतवार नहीं है (गीत)
छुट्टी का इतवार नहीं है (गीत)
Ravi Prakash
कभी जब आपका दीदार होगा।
कभी जब आपका दीदार होगा।
सत्य कुमार प्रेमी
अमरत्व
अमरत्व
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
"ले जाते"
Dr. Kishan tandon kranti
गीत- पिता संतान को ख़ुशियाँ...
गीत- पिता संतान को ख़ुशियाँ...
आर.एस. 'प्रीतम'
रहब यदि  संग मे हमर , सफल हम शीघ्र भ जायब !
रहब यदि संग मे हमर , सफल हम शीघ्र भ जायब !
DrLakshman Jha Parimal
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...