Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Dec 2022 · 1 min read

आज़ाद हूं मैं

Duet Collaboration
──────────────────────
रंज ये है मुझे कि मैं आज़ाद हूं
झूठी हसीं का मैं एक नकाब हूं

सर – ए – बाद हूं मैं मंजिल का
रूदाद हूं मैं अपनी कहानी का

खड़ी है तामिर मेरी मुझ पर ही
खोदी हुई… मैं एक बुनियाद हूं

जो गुज़र गया वो मेरा कल था
जो नज़र में है वो मेरा आज है

गिरफ्त में हूं राह-ए-मंजिल के
नज़र में है सफ़र-ए-मंजिल मेरी

आजाद हूं मैं, आजाद है मेरे ख्याल
~ Silent Eyes
▁ ▁ ▁ ▁ ▁ ▁ ▁ ▁ ▁ ▁ ▁ ▁ ▁ ▁ ▁ ▁ ▁

बेशर्म हूं कि दिल का आज़ाद हूं
दर्द छिपे है मगर हसीं का नकाब हूं
किस बात की ? रखूं नाराज़गी
तुझसे ए-जिंदगी….. मैं
वह बीता हुआ कल और मैं आज हूं।
~ Azad
───────────────────────
“Freedom is the open window through which pours the sunlight of the human spirit and human dignity.” – Herbert Hoover

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 703 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कौन है ऐसा चेहरा यहाँ पर
कौन है ऐसा चेहरा यहाँ पर
gurudeenverma198
सर्द ठिठुरन आँगन से,बैठक में पैर जमाने लगी।
सर्द ठिठुरन आँगन से,बैठक में पैर जमाने लगी।
पूर्वार्थ
वक्त सा गुजर गया है।
वक्त सा गुजर गया है।
Taj Mohammad
क़ुर्बानी
क़ुर्बानी
Shyam Sundar Subramanian
शायरी 1
शायरी 1
SURYA PRAKASH SHARMA
-: काली रात :-
-: काली रात :-
Parvat Singh Rajput
सच
सच
Sanjeev Kumar mishra
सकारात्मक सोच
सकारात्मक सोच
Dr fauzia Naseem shad
मन में एक खयाल बसा है
मन में एक खयाल बसा है
Rekha khichi
खुद क्यों रोते हैं वो मुझको रुलाने वाले
खुद क्यों रोते हैं वो मुझको रुलाने वाले
VINOD CHAUHAN
जिस दिन कविता से लोगों के,
जिस दिन कविता से लोगों के,
जगदीश शर्मा सहज
3142.*पूर्णिका*
3142.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भक्ति गीत
भक्ति गीत
Arghyadeep Chakraborty
"आज का आदमी"
Dr. Kishan tandon kranti
हमारे प्यार की सरहद नहीं
हमारे प्यार की सरहद नहीं
Kshma Urmila
सपने देखने का हक हैं मुझे,
सपने देखने का हक हैं मुझे,
Manisha Wandhare
हम वो हिंदुस्तानी है,
हम वो हिंदुस्तानी है,
भवेश
*जीवन है मुस्कान (कुंडलिया)*
*जीवन है मुस्कान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
अगर ठोकर लगे तो क्या, संभलना है तुझे
अगर ठोकर लगे तो क्या, संभलना है तुझे
Dr Archana Gupta
😊नया नारा😊
😊नया नारा😊
*प्रणय*
जगदाधार सत्य
जगदाधार सत्य
महेश चन्द्र त्रिपाठी
आँखों में ज़िंदगी है ज़िंदगी एक ख़्वाब है,
आँखों में ज़िंदगी है ज़िंदगी एक ख़्वाब है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
My cat
My cat
Otteri Selvakumar
यदि कार्य में निरंतरता बनीं रहती है
यदि कार्य में निरंतरता बनीं रहती है
Sonam Puneet Dubey
बुंदेली दोहा -गुनताडौ
बुंदेली दोहा -गुनताडौ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
खता खतों की नहीं थीं , लम्हों की थी ,
खता खतों की नहीं थीं , लम्हों की थी ,
Manju sagar
मर्ज
मर्ज
AJAY AMITABH SUMAN
तर्जनी आक्षेेप कर रही विभा पर
तर्जनी आक्षेेप कर रही विभा पर
Suryakant Dwivedi
** पर्व दिवाली **
** पर्व दिवाली **
surenderpal vaidya
नव दीप जला लो
नव दीप जला लो
Mukesh Kumar Sonkar
Loading...