Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2023 · 2 min read

आज़ादी के बाद भारत में हुए 5 सबसे बड़े भीषण रेल दुर्घटना

क्या आपको पता है आजादी के 75 साल के अंदर हुए एसी 5 भीषण रेल दुर्घटना
जिसको भारत के इतिहास में सबसे बड़ी रेल दुर्घटना मानी जाती है चलिए हम इस लेख के जरिए जानने की कोशिश करते हैं कि उस दुर्घटना में कितने लोग मारे गए और कितने लोग घायल हुए एवं कब और कहां दुर्घटना हुआ।

लेकिन ओडिशा के बालासोर में हुए दुर्घटना के आंकड़े को देखा जाए तो यह भारत के तीसरा सबसे बड़ा रेल दुर्घटना है अब तक इस दुर्घटना में 288 लोगों के मौत हो गई है और 1175 से ज्यादा घायल हो चुके हैं

1. 6 जून 1981, जगह सहरसा, बिहार; रिपोर्ट्स में 800 की मौत

पैसेंजर ट्रेन मानसी से सहरसा की ओर जा रही थी। जोरदार बारिश हो रही थी। तेज हवाएं चल रही थीं। जब ट्रेन बागमती नदी के ऊपर बने पुल से गुजर रही थी, तभी अचानक ड्राइवर ने ब्रेक मार दिया। एक झटके में इसके सात डिब्बे नदी में गिर गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसमें करीब 800 लोगों की मौत हुई थी। सरकारी आंकड़े में 300 लोगों के मरने की बात कही गई है।

2. 20 अगस्त, 1995, जगह फिरोजाबाद; 400 की
रात 2 बजकर 46 मिनट का वक्त कालिंदी एक्सप्रेस दिल्ली जा रही थी, तभी फिरोजाबाद स्टेशन पर एक नीलगाय टकरा गई। इससे कुछ देर के लिए ट्रेन रुक गई। इसी बीच पीछे से पुरुषोत्तम एक्सप्रेस ने उसे टक्कर मार दी। इसमें करीब 400 लोगों की मौत हुई थी और 400 लोग घायल हुए थे।

3. 2 अगस्त 1999, जगह गैसल, पश्चिम बंगाल: 285 की मौत
ब्रह्मपुत्र मेल कटिहार डिवीजन के गैसल स्टेशन पर खड़ी अवध असम एक्सप्रेस से टकरा गई थी। इस हादसे में 285 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। करीब 300 लोग घायल हुए थे।

4. 26 नवंबर 1998, पंजाब, 212 की मौत

जम्मू तवी सियालदह एक्सप्रेस पंजाब के खन्ना में फ्रंटियर गोल्डन टेंपल मेल के पटरी से उतरे तीन डिब्बों से टकरा गई थी, जिसमें 212 लोगों की मौत हो गई थी।

5. 20 नवंबर 2016, पुखराया कानपुर 153 की मौत

पटना इंदौर एक्सप्रेस पटना की ओर जा रही थी। अलसुबह 3 बजे के करीब कानपुर के पुखरायां के पास इसके 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। इसमें 153 लोगों की जान चली गई। करीब 260 लोग घायल हो गए थे।

Language: Hindi
3 Likes · 282 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रमेशराज के 12 प्रेमगीत
रमेशराज के 12 प्रेमगीत
कवि रमेशराज
#लघुकथा
#लघुकथा
*प्रणय*
खुद से ज़ब भी मिलता हूँ खुली किताब-सा हो जाता हूँ मैं...!!
खुद से ज़ब भी मिलता हूँ खुली किताब-सा हो जाता हूँ मैं...!!
Ravi Betulwala
वो तो एक पहेली हैं
वो तो एक पहेली हैं
Dr. Mahesh Kumawat
*पुरस्कार तो हम भी पाते (हिंदी गजल)*
*पुरस्कार तो हम भी पाते (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
* पत्ते झड़ते जा रहे *
* पत्ते झड़ते जा रहे *
surenderpal vaidya
छुपा छुपा सा रहता है
छुपा छुपा सा रहता है
हिमांशु Kulshrestha
कर्मफल का सिद्धांत
कर्मफल का सिद्धांत
मनोज कर्ण
*.....उन्मुक्त जीवन......
*.....उन्मुक्त जीवन......
Naushaba Suriya
आदमी का वजन
आदमी का वजन
पूर्वार्थ
रक्त एक जैसा
रक्त एक जैसा
Dinesh Kumar Gangwar
प्रीत ऐसी जुड़ी की
प्रीत ऐसी जुड़ी की
Seema gupta,Alwar
3811.💐 *पूर्णिका* 💐
3811.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
दो अक्टूबर - दो देश के लाल
दो अक्टूबर - दो देश के लाल
Rj Anand Prajapati
कैसी हसरतें हैं तुम्हारी जरा देखो तो सही
कैसी हसरतें हैं तुम्हारी जरा देखो तो सही
VINOD CHAUHAN
"प्यासा"के गजल
Vijay kumar Pandey
Feelings of love
Feelings of love
Bidyadhar Mantry
शिव सुखकर शिव शोकहर, शिव सुंदर शिव सत्य।
शिव सुखकर शिव शोकहर, शिव सुंदर शिव सत्य।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"आजादी के दीवाने"
Dr. Kishan tandon kranti
सदा मन की ही की तुमने मेरी मर्ज़ी पढ़ी होती,
सदा मन की ही की तुमने मेरी मर्ज़ी पढ़ी होती,
अनिल "आदर्श"
"परिश्रम: सोपानतुल्यं भवति
Mukul Koushik
किताब-ए-जीस्त के पन्ने
किताब-ए-जीस्त के पन्ने
Neelam Sharma
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
Dr.Pratibha Prakash
होली के दिन
होली के दिन
Ghanshyam Poddar
ना अब मनमानी करता हूं
ना अब मनमानी करता हूं
Keshav kishor Kumar
कोई तो मेरा अपना होता
कोई तो मेरा अपना होता
Juhi Grover
विदेशी आक्रांता बनाम मूल निवासी विमर्श होना चाहिए था एक वामप
विदेशी आक्रांता बनाम मूल निवासी विमर्श होना चाहिए था एक वामप
गुमनाम 'बाबा'
यादें मोहब्बत की
यादें मोहब्बत की
Mukesh Kumar Sonkar
वसंत बहार
वसंत बहार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मुक्तक
मुक्तक
Neelofar Khan
Loading...