आजमाना चाहते है
जिन्दगी को आजमाना चाहते है ।
आज हम उनको बताना चाहते है।
पल मे भूला कर सभी बेवफाई तेरी
तुम्हे गले फिर अपने लगाना चाहते है।
छोड़कर बंधन दुनिया के ये सारे
आज फिर से गुनगुनाना चाहते है।
चाहता हूँ तुम्हे कितना ऐ मेरी जां
आज हम जग को दिखाना चाहते है ।
गर है गुंजाइश भहमे दिल कोई बाकी
आज खुदी को मिटाना चाहते है।