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4 Mar 2021 · 1 min read

आजकल के बच्चे

दवा है
दुआ है
भगवान का सिर पर
हाथ भी है पर
जिन बच्चों को अपनी कोख से
जना
उनका साथ नहीं है
मेरे बच्चों ने जन्म दिया
अपने बच्चों को
उनका प्यार पाने के लिए
उन्हें अपने बुढ़ापे का सहारा बनाने के
लिए
फिर कैसे भूल गये
मां बाप को अपने
इतने कठोर दिल के क्यों
हुए
क्यों इतनी बेरहमी से
ठुकरा कर उनका प्यार
लगे पड़े बस अपना घर बसाने में
यह आजकल के बच्चे स्वार्थी, लोभी और
आवश्यकता से अधिक होशियार।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
406 Views
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