Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jan 2020 · 1 min read

वक्त का मार है

विमोहाछंद_
मापिनी 212 212

वक्त का मार है।
आज बीमार है।

क्या करे वो भला,
आप लाचार है।

भोग पाया नहीं,
जीभ में लार है।

चीखने वो लगा,
जिंदगी खार है।

साथ देता नहीं,
मित्र बेकार है।

खूब सेवा करे,
संगिनी प्यार है।

मोह माया भरा,
देख संसार है।

मोक्ष पाया वही,
जो गया पार है।

दूर देखो वहाँ,
देव का द्वार है।

-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

2 Likes · 1 Comment · 397 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
महसूस होता है जमाने ने ,
महसूस होता है जमाने ने ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
इसका क्या सबूत है, तू साथ सदा मेरा देगी
इसका क्या सबूत है, तू साथ सदा मेरा देगी
gurudeenverma198
गांधी जी के नाम पर
गांधी जी के नाम पर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*** कृष्ण रंग ही : प्रेम रंग....!!! ***
*** कृष्ण रंग ही : प्रेम रंग....!!! ***
VEDANTA PATEL
" लक्ष्य सिर्फ परमात्मा ही हैं। "
Aryan Raj
नया युग
नया युग
Anil chobisa
रिश्तों का सच
रिश्तों का सच
विजय कुमार अग्रवाल
आओ एक गीत लिखते है।
आओ एक गीत लिखते है।
PRATIK JANGID
मातु शारदे वंदना
मातु शारदे वंदना
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
हे परम पिता परमेश्वर,जग को बनाने वाले
हे परम पिता परमेश्वर,जग को बनाने वाले
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
साया
साया
Harminder Kaur
भोले नाथ तेरी सदा ही जय
भोले नाथ तेरी सदा ही जय
नेताम आर सी
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मां
मां
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
सफ़ेदे का पत्ता
सफ़ेदे का पत्ता
नन्दलाल सुथार "राही"
सूरज मेरी उम्मीद का फिर से उभर गया........
सूरज मेरी उम्मीद का फिर से उभर गया........
shabina. Naaz
3301.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3301.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
शीर्षक : पायजामा (लघुकथा)
शीर्षक : पायजामा (लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
संग चले जीवन की राह पर हम
संग चले जीवन की राह पर हम
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
कर
कर
Neelam Sharma
सच तो तेरा मेरा प्यार हैं।
सच तो तेरा मेरा प्यार हैं।
Neeraj Agarwal
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] अध्याय- 5
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] अध्याय- 5
Pravesh Shinde
"रिश्तों का विस्तार"
Dr. Kishan tandon kranti
आपको देखते ही मेरे निगाहें आप पर आके थम जाते हैं
आपको देखते ही मेरे निगाहें आप पर आके थम जाते हैं
Sukoon
तुम याद आये !
तुम याद आये !
Ramswaroop Dinkar
सलामी दें तिरंगे को हमें ये जान से प्यारा
सलामी दें तिरंगे को हमें ये जान से प्यारा
आर.एस. 'प्रीतम'
पुनर्जन्म का सत्याधार
पुनर्जन्म का सत्याधार
Shyam Sundar Subramanian
चुना था हमने जिसे देश के विकास खातिर
चुना था हमने जिसे देश के विकास खातिर
Manoj Mahato
तिरस्कार,घृणा,उपहास और राजनीति से प्रेरित कविता लिखने से अपन
तिरस्कार,घृणा,उपहास और राजनीति से प्रेरित कविता लिखने से अपन
DrLakshman Jha Parimal
दोहा-
दोहा-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...