आग लगी थी सीने में।
आग लगी थी सीने में।
होंठ से आग बुझा दी।
डूब रहा था मैं तेरी निगाहों में।
हाथ पकड़ कर किनारे लगा दी।
RJ Anand Prajapati
आग लगी थी सीने में।
होंठ से आग बुझा दी।
डूब रहा था मैं तेरी निगाहों में।
हाथ पकड़ कर किनारे लगा दी।
RJ Anand Prajapati