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28 Jun 2024 · 1 min read

आग लगी थी सीने में।

आग लगी थी सीने में।
होंठ से आग बुझा दी।
डूब रहा था मैं तेरी निगाहों में।
हाथ पकड़ कर किनारे लगा दी।
RJ Anand Prajapati

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