Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jun 2024 · 1 min read

आग कहीं और लगी है

आग कहीं और लगी है
धुंआ यहां तक आ रहा है
क्या चल रहा है वहां
यहां सर में दर्द हो रहा है
_ सोनम पुनीत दुबे

2 Likes · 1 Comment · 75 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sonam Puneet Dubey
View all
You may also like:
सूरज नहीं थकता है
सूरज नहीं थकता है
Ghanshyam Poddar
बीज अंकुरित अवश्य होगा (सत्य की खोज)
बीज अंकुरित अवश्य होगा (सत्य की खोज)
VINOD CHAUHAN
हेच यश आहे
हेच यश आहे
Otteri Selvakumar
मासूमियत
मासूमियत
Surinder blackpen
👍आज का एलान👍
👍आज का एलान👍
*प्रणय*
I love to vanish like that shooting star.
I love to vanish like that shooting star.
Manisha Manjari
हम इतने भी मशहूर नहीं अपने ही शहर में,
हम इतने भी मशहूर नहीं अपने ही शहर में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जयघोष
जयघोष
Vivek saswat Shukla
अगीत कविता : मै क्या हूँ??
अगीत कविता : मै क्या हूँ??
Sushila joshi
नैन खोल मेरी हाल देख मैया
नैन खोल मेरी हाल देख मैया
Basant Bhagawan Roy
आज बुढ़ापा आया है
आज बुढ़ापा आया है
Namita Gupta
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
पाप पंक पर बैठ कर ,
पाप पंक पर बैठ कर ,
sushil sarna
जा रहा है
जा रहा है
Mahendra Narayan
सूनी आंखों से भी सपने तो देख लेता है।
सूनी आंखों से भी सपने तो देख लेता है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बिंते-हव्वा (हव्वा की बेटी)
बिंते-हव्वा (हव्वा की बेटी)
Shekhar Chandra Mitra
"मैं सब कुछ सुनकर मैं चुपचाप लौट आता हूँ
गुमनाम 'बाबा'
जोश,जूनून भरपूर है,
जोश,जूनून भरपूर है,
Vaishaligoel
जिंदा है हम
जिंदा है हम
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
बनें जुगनू अँधेरों में सफ़र आसान हो जाए
बनें जुगनू अँधेरों में सफ़र आसान हो जाए
आर.एस. 'प्रीतम'
" लालसा "
Dr. Kishan tandon kranti
नाम इंसानियत का
नाम इंसानियत का
Dr fauzia Naseem shad
आज आप जिस किसी से पूछो कि आप कैसे हो? और क्या चल रहा है ज़िं
आज आप जिस किसी से पूछो कि आप कैसे हो? और क्या चल रहा है ज़िं
पूर्वार्थ
सीख (नील पदम् के दोहे)
सीख (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
"किसी की याद मे आँखे नम होना,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
New Love
New Love
Vedha Singh
हवाओं से कह दो, न तूफ़ान लाएं
हवाओं से कह दो, न तूफ़ान लाएं
Neelofar Khan
मेरी कलम आज बिल्कुल ही शांत है,
मेरी कलम आज बिल्कुल ही शांत है,
Ajit Kumar "Karn"
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
कवि दीपक बवेजा
*हो न लोकतंत्र की हार*
*हो न लोकतंत्र की हार*
Poonam Matia
Loading...