— आगे बढ़ना है न ?–
अगर आगे बढ़ना है
तो बहरे बन जाओ,
लोग, वो ही बोलेंगे
जिस से आपका
मनोबल गिरे दोस्तों !!
ताकि आप उठ न सकें
कुछ सोच न सकें
तुम्हारी रूकावट बनेंगे
बात बात पर अड़चन करेंगे
ताकि तुम कदम बढ़ा न सको !!
अपने लक्ष्य पर बढ़ो
फिर कुछ करके ही हटो
कौन चाहेगा आगे बढ़ो ?
खुद का सकून खोजो
इस भीड़ भरे नज़ारे में !!
जीवन छोटा है
कुछ कर के , कुछ बनो
लगा दो ताकत अपनी
सब को पछाड़ने से न डरो
जनून लेकर चलो जमाने में !!
राह का रोड़ा बन जाना
फितरत है जमाने की
तुम्हे लगन लगानी है ,
कुछ कर के दिखाने की
बस बहरे बन जाओ जमाने में !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ