आगाज किसान राज की
मंहगाई आबाद हो रही है,
गरीब जनता, परेशान,
बरबाद हो रही है।
देखो,भाई
सरकार कुंभकर्ण की नींद सो रही है,
भाई,सरकार
बदलने की निव पड़ रही है।
देखो,
किसान राज आने की आगाज हो रही है,
देश के गद्दारों की बाट लग रही है।
भारत के सपूतों की पहचान हो रही है,
देखो,जनता !
जय जवान,जय किसान बोल रही है।।
किसान एकता जिन्दाबाद,
किसान एकता जिन्दाबाद।
किसान मेरा अभीमान
#किसानपुत्री_शोभा_यादव