Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2020 · 1 min read

आख़िरी ख़त

मोबाइल के गुटर- गूं के साथ
व्हाट्सऐप,फेसबुक,मैसेंजर पर
बोलती अँगुलियों ने
हृदय की भाषा को कर दिया मौन
कितना अच्छा लगता था
घंटो सोचना
भावनाओं को स्याही में घोलना
और फिर उन्हें परिवर्तित करना शब्दों में
उतारना कागज पर
लिफ़ाफ़े में बंद करना
टिकट चिपकाना
और पता लिखकर
लाल डिब्बे में डालना
इसके बाद एक लम्बा इंतज़ार
और फिर उस लिखे हुए ख़त का
जवाब पाकर खुश होना
घंटो में लिखे गए ख़त को
महीनों पढ़ना और संभालकर रखना
अब तो याद भी नहीं
कि वो आखिरी ख़त कौन सा था
जिसे हमने लिखा या पढ़ा था
हमारी भावनाओं को मरे हुए
कितना वक्त़ गुज़र गया
मुझे तो नहीं याद
क्या आपको याद है?

Language: Hindi
218 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*धनतेरस का त्यौहार*
*धनतेरस का त्यौहार*
Harminder Kaur
Quote - If we ignore others means we ignore society. This way we ign
Quote - If we ignore others means we ignore society. This way we ign
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्यार भरी चांदनी रात
प्यार भरी चांदनी रात
नूरफातिमा खातून नूरी
बातें की बहुत की तुझसे,
बातें की बहुत की तुझसे,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
*चिड़िया और साइकिल (बाल कविता)*
*चिड़िया और साइकिल (बाल कविता)*
Ravi Prakash
चल बन्दे.....
चल बन्दे.....
Srishty Bansal
बे फिकर होके मैं सो तो जाऊं
बे फिकर होके मैं सो तो जाऊं
Shashank Mishra
शैक्षिक विकास
शैक्षिक विकास
Dr. Pradeep Kumar Sharma
शिव स्तुति
शिव स्तुति
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
पागल तो मैं ही हूँ
पागल तो मैं ही हूँ
gurudeenverma198
होता है तेरी सोच का चेहरा भी आईना
होता है तेरी सोच का चेहरा भी आईना
Dr fauzia Naseem shad
मृदा मात्र गुबार नहीं हूँ
मृदा मात्र गुबार नहीं हूँ
AJAY AMITABH SUMAN
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*प्रणय प्रभात*
"दीवारें"
Dr. Kishan tandon kranti
किसी भी रिश्ते में प्रेम और सम्मान है तो लड़ाई हो के भी वो ....
किसी भी रिश्ते में प्रेम और सम्मान है तो लड़ाई हो के भी वो ....
seema sharma
थोड़ा सा मुस्करा दो
थोड़ा सा मुस्करा दो
Satish Srijan
जिंदगी का भरोसा कहां
जिंदगी का भरोसा कहां
Surinder blackpen
ऊपर से मुस्कान है,अंदर जख्म हजार।
ऊपर से मुस्कान है,अंदर जख्म हजार।
लक्ष्मी सिंह
★HAPPY BIRTHDAY SHIVANSH BHAI★
★HAPPY BIRTHDAY SHIVANSH BHAI★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
मौसम मौसम बदल गया
मौसम मौसम बदल गया
The_dk_poetry
मनोहन
मनोहन
Seema gupta,Alwar
3321.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3321.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
तेरा - मेरा
तेरा - मेरा
Ramswaroop Dinkar
जन्नत
जन्नत
जय लगन कुमार हैप्पी
योग करते जाओ
योग करते जाओ
Sandeep Pande
छोटी छोटी चीजें देख कर
छोटी छोटी चीजें देख कर
Dheerja Sharma
मैं तो अंहकार आँव
मैं तो अंहकार आँव
Lakhan Yadav
दुनिया में कुछ भी बदलने के लिए हमें Magic की जरूरत नहीं है,
दुनिया में कुछ भी बदलने के लिए हमें Magic की जरूरत नहीं है,
Sunil Maheshwari
अर्थ नीड़ पर दर्द के,
अर्थ नीड़ पर दर्द के,
sushil sarna
ग़ज़ल-दर्द पुराने निकले
ग़ज़ल-दर्द पुराने निकले
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
Loading...