आओ साथ बैठेंगे !
आओ साथ बैठेंगे ,
कुछ गुफ्तगू करेंगे
करके अपने दर्द बयां
हम रो भी देंगे।
साथ होगा तेरा
तो सेह भी लेंगे
फिर मुस्कुराके हम
वो दर्द पी भी लेंगे।
कहना है आपसे
कि मुस्कुराया करो गालिब
वरना आपकी इस हसी को
हम कहीं खो ही देंगे
जिंदगी छोटी है
इसे खुलकर जी लीजिए
जो नहीं है हाथ में,
उसे छोड़ भी दीजिए
लगा कर गले उसे
जो खास है आपके,
उस खास को,
और खास कर भी दीजिए
ना लाना अब शिकन
इस खूबसूरत चेहरे पर आप
मुस्कुराहट पर आपकी
किसी का दिल रख ही देंगे,
करके तो देखिए
अपना हाल ए दिल बयां
उस दर्द को आप तक
आने ना देंगे,
बस साथ बैठ
कुछ हम यूं गुफ्तगू करेंगे।
………..