आओ बाल दिवस मनाएं
आओ बाल दिवस मनाएं
संस्कारों से इसे सजाएं
बाल मन हो राष्ट्र धरोहर
राष्ट्र प्रेम इनमे जगाएं
कुंठाओं से इन्हें बचाकर
संस्कृति का भान कराएं
दुर्व्यसन से इन्हें बचाएं
सच की राह इन्हें दिखाएँ
कर्म राह अग्रसर हो बालपन ‘
आदर्श राह पर इन्हें ले जाएँ
गाँधी के बंदर तीन बनाकर
इन्हें पूर्ण मानव बनाएं
चंचल मन होता है इनका
व्यक्तित्व इनका सजाएं
नन्हे – नन्हे प्यारे बाल मन
इनकी सत्यमार्ग दिखलायें
आओ बाल दिवस मनाएं
संस्कारों से इसे सजाएं
बाल मन हो राष्ट्र धरोहर
राष्ट्र प्रेम इनमे जगाएं