आओ जलाएं दीप️
मंदिर निर्माण की बेला में
भावों के पुष्प चढ़ा दें हम
आओ कुछ दीप जला दें हम
है अवधपुरी सज गयी आज
नव नूतन अतुलित आभा से
कण कण श्री राम से भासित है
गौरवमय पुलकित पुण्य विभा से
इस मधुरिम पावन बेला में
फूलों से द्वार सजा लें हम
आओ कुछ दीप जला लें हम
संघर्ष हमारा पूर्ण हुआ
हुई पूर्ण साध भारत जन की
घर द्वार मिला है लला राम को
शुभ घड़ी आ गयी पूजन की
भावों की सुंदर लड़ियों से
इक बन्दनवार बना लें हम
आओ,,,,,,,,,,,,,,,
विराजेंगे सिहांसन राम लला
वाम अंग विराजे जानकी जी
संग भरत,लक्ष्मण,शत्रुघ्न
और पवनपुत्र हनुमान जी
जीवन हम सबका धन्य हुआ
नूतन संकल्प उठा लें हम
आओ,,,,,,,,,,,,,,,,,,
हिंदुओं का सपन साकार हुआ
अरदास साधना भक्तों की
तन मन दोनों ही हर्षित हैं
हुई पूर्ण कामना संतो की
यह पावन पल हृदयंगम कर
रंग रंग से द्वार सजा लें हम
आओ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
है नमन उन्हें जो पीड़ा में
तन मन अपना वार गए
वंदेमातरम के नारों से
अयोध्यानगरी हुंकार गए
धर्म की रक्षा की खातिर
चहुँ दिस भगवा लहरादें हम
आओ कुछ दीप जला दें हम