आओ एक गीत लिखते है।
आओ एक गीत लिखते है।
और एक संगीत बुनते है।।
मैं शब्दों की मालाएं बुनुंगा,
तुम उन्हें गुनगुनाना,
इस तरह दिल की बात कहते है।
आओ एक गीत लिखते है।
और एक संगीत बुनते है ।।
कल्पनाओं,उम्मीदों, हकीकत और कुछ सपनों के मोती है इनमें।
प्यार , दुलार , लाड़ के कुछ लम्हें इनमें।
चलो इन्हे रिश्ते नातों,परम्पराओं की डोरियों में स्नेह से पिरोते है ।
आओ एक गीत लिखते है।
और एक संगीत बुनते है ।।
मेरी डायरी में कैद दिसंबर की सर्द रातों के कुछ लम्हें है ।
तुम्हारे पास जून की गर्मियों की चंद शामें।
आओ इस बसंत उन्हें पढ़ते है ।।
सुनो एक गीत लिखते है।
और एक संगीत बुनते है ।।