Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Mar 2022 · 1 min read

आओं जिंदगी साथ बैठें

आओं जिंदगी साथ बैठें, कुछ गुफ्तगू करें,
कुछ तु शिक़ायत कर, कुछ हम गिले शिकवे करें ।

तू अपना दिया एहसान बता, मैं जो गम मिला बताऊं,
कुछ तू मुझसे रूठ जा, कुछ मैं तुझे मनाऊं।

मेरी अधूरी ख्वाहिशों में से , तू कुछ को तो पूरा कर दें,
मेरी मंजिल का पता ना सही, बस एक सही दिशा तो बता दें।

तेरे कुछ अनसुलझे रहस्यों से, आज हम वाकफियत करें।

आओं जिंदगी साथ बैठें, कुछ गुफ्तगू करें,
कुछ तु शिक़ायत कर, कुछ हम गिले शिकवे करें ।

– कृष्ण सिंह

Language: Hindi
8 Likes · 14 Comments · 607 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दुनिया बदल गयी ये नज़ारा बदल गया ।
दुनिया बदल गयी ये नज़ारा बदल गया ।
Phool gufran
भाग दौड़ की जिंदगी में अवकाश नहीं है ,
भाग दौड़ की जिंदगी में अवकाश नहीं है ,
Seema gupta,Alwar
ये दुनिया है कि इससे, सत्य सुना जाता नहीं है
ये दुनिया है कि इससे, सत्य सुना जाता नहीं है
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नसीहत
नसीहत
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
*नव संसद का सत्र, नया लाया उजियारा (कुंडलिया)*
*नव संसद का सत्र, नया लाया उजियारा (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ख्वाबों में मिलना
ख्वाबों में मिलना
Surinder blackpen
जीना सिखा दिया
जीना सिखा दिया
Basant Bhagawan Roy
अपनी-अपनी विवशता
अपनी-अपनी विवशता
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कश्ती औऱ जीवन
कश्ती औऱ जीवन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
उसकी नज़र में अहमियत
उसकी नज़र में अहमियत
Dr fauzia Naseem shad
विकटता और मित्रता
विकटता और मित्रता
Astuti Kumari
मैं चाहता हूँ अब
मैं चाहता हूँ अब
gurudeenverma198
सागर-मंथन की तरह, मथो स्वयं को रोज
सागर-मंथन की तरह, मथो स्वयं को रोज
डॉ.सीमा अग्रवाल
*कभी  प्यार में  कोई तिजारत ना हो*
*कभी प्यार में कोई तिजारत ना हो*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
विचार, संस्कार और रस [ तीन ]
विचार, संस्कार और रस [ तीन ]
कवि रमेशराज
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
प्रबुद्ध लोग -
प्रबुद्ध लोग -
Raju Gajbhiye
दीवाली
दीवाली
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
हिन्दी दोहा - स्वागत
हिन्दी दोहा - स्वागत
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"अजीब रवायतें"
Dr. Kishan tandon kranti
जाने कैसे दौर से गुजर रहा हूँ मैं,
जाने कैसे दौर से गुजर रहा हूँ मैं,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
धरती पर जन्म लेने वाला हर एक इंसान मजदूर है
धरती पर जन्म लेने वाला हर एक इंसान मजदूर है
प्रेमदास वसु सुरेखा
आँख दिखाना आपका,
आँख दिखाना आपका,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
The flames of your love persist.
The flames of your love persist.
Manisha Manjari
"Do You Know"
शेखर सिंह
जय माता दी 🙏
जय माता दी 🙏
Anil Mishra Prahari
बेशक़ कमियाँ मुझमें निकाल
बेशक़ कमियाँ मुझमें निकाल
सिद्धार्थ गोरखपुरी
संघर्ष....... जीवन
संघर्ष....... जीवन
Neeraj Agarwal
बोझ हसरतों का - मुक्तक
बोझ हसरतों का - मुक्तक
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
वेलेंटाइन डे शारीरिक संबंध बनाने की एक पूर्व नियोजित तिथि है
वेलेंटाइन डे शारीरिक संबंध बनाने की एक पूर्व नियोजित तिथि है
Rj Anand Prajapati
Loading...