आइना जैसा………….. जान दिल |गीत| “मनोज कुमार”
आइना जैसा नाजुक है दिल
बड़ा कमजोर मेरा है दिल
टुकड़े टुकड़े हो जायेगा ये
घूरो तोड़ो नही जान दिल
आइना जैसा………….. जान दिल
इसमें जब भी कोई देखता
उसमे तुमको ही ये देखता
पास आकर के धीरे धीरे बोलो
कहीं गुस्से से डर जा ना दिल
आइना जैसा………….. जान दिल
कर लो कर लो ना मेरा यकीं
प्यार सच्चा है झूठा ये नही
दिन का सूनापन दिल को खाये
रात बैरन है नींद नही आये
आइना जैसा………….. जान दिल
प्यास दिल की मिटा दो ना सनम
मुश्किल जीना है तेरे बिन सनम
बड़ा बेचैन रहता है दिल
जबसे दूर गये छोड़ दिल
आइना जैसा………….. जान दिल
“मनोज कुमार”