आंशू
नयन नीर
कह रहा है साथी
मन की पीर
दिल का दर्द
झलकता है बन
आँख से नीर
बह जाते है
सपने बनकर
होकर नीर
गिर जाते है
अपने लालच में
खोकर नीर
मन बेचते
है तन की खातिर
सहके पीर
रचनाकार ऋषभ तोमर
नयन नीर
कह रहा है साथी
मन की पीर
दिल का दर्द
झलकता है बन
आँख से नीर
बह जाते है
सपने बनकर
होकर नीर
गिर जाते है
अपने लालच में
खोकर नीर
मन बेचते
है तन की खातिर
सहके पीर
रचनाकार ऋषभ तोमर