आंधी और तूफां में
देश के लिये मरके ,वो दिलो में छाये हैं।
आंधी और तूफां है, फिर भी जगमगाये है।
जिनने है सीमा पर, आशियाँ बनाये है।
वो चिराग दुनिया में,इंकलाब लाये है ।।
भूख से तड़पते है, पूछो उन गरीबो से।
कहते है वो देखो,अच्छे दिन आये है।।
देश के लिये कृष्णा ,वो दिलो में छाये हैं।
वो चिराग दुनिया में,इंकलाब लाये है ।।
कृष्णकांत गुर्जर
7805060303