आंखों में नींद आती नही मुझको आजकल
आंखों में नींद आती नही मुझको आजकल
वो फोन तक लगाती नहीं मुझको आजकल
कहती थी मेरी जान तू~ जन्नत तू~ जिंदगी
वो रात दिन सताती नहीं मुझको आजकल
कृष्णकांत गुर्जर
आंखों में नींद आती नही मुझको आजकल
वो फोन तक लगाती नहीं मुझको आजकल
कहती थी मेरी जान तू~ जन्नत तू~ जिंदगी
वो रात दिन सताती नहीं मुझको आजकल
कृष्णकांत गुर्जर