आंखों में नमी
आँखों में न जाने क्यू नमी सी रहती है।
जीवन में तेरे बाद एक कमी सी रहती है।
एहसास ऐ सकूँ की तलाश है दिल को
देखो ये ,नब्ज़ भी अब थमी सी रहती है।
धङकन दिल में रवाँ थी बस तुमसे
देखो ये,भी अब जमी सी रहती है।
लब ओढ के बैठे पैरहन मुस्कानो का
देखो ये दिल में बस गमी सी रहती है।
surinder kaur