आंखों के आंसू
आंखों के आंसू भी
तेरा नाम गुनगुनाते हैं
हम रोते हैं वो खिलकर मुस्कुराते हैं
कुछ पल तन्हा रातों के
बिन उनके सूने लगते हैं
ये बारिश के मौसम भी
बिन उनके सूने लगते हैं
यहां विरह की तड़पन है
वहां पंछी सुर में गाते है
हम रोते हैं वो हँसते हैं
आंखों के आंसू भी तेरा नाम गुनगुनाते हैं
यहां सुकून नहीं तेरी यादों से
कुछ सिसक सिसक तेरी बातों में
यहां नाम तुम्हारा लें धड़कन
वहां दिल में हमें छुपाते हैं
हम रोते हैं वो हँसते हैं
आंखों के आंसू भी तेरा नाम गुनगुनाते हैं