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10 May 2019 · 1 min read

आंखों के आंसू

आंखों के आंसू भी
तेरा नाम गुनगुनाते हैं
हम रोते हैं वो खिलकर मुस्कुराते हैं
कुछ पल तन्हा रातों के
बिन उनके सूने लगते हैं
ये बारिश के मौसम भी
बिन उनके सूने लगते हैं
यहां विरह की तड़पन है
वहां पंछी सुर में गाते है
हम रोते हैं वो हँसते हैं
आंखों के आंसू भी तेरा नाम गुनगुनाते हैं
यहां सुकून नहीं तेरी यादों से
कुछ सिसक सिसक तेरी बातों में
यहां नाम तुम्हारा लें धड़कन
वहां दिल में हमें छुपाते हैं
हम रोते हैं वो हँसते हैं
आंखों के आंसू भी तेरा नाम गुनगुनाते हैं

2 Likes · 376 Views
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