Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Sep 2017 · 1 min read

आँसू

आँसू मन का कर गए, सीधा सा उपचार
खारे पानी मे बहे, मन के सभी विकार

गम हो या कोई खुशी, आँसू बहें जरूर
दिल से भी बीमारियां, ये रखते हैं दूर

खारे खारे आंसुओं , की मीठी ये बात
इनमें सदा घुले हुए , रहते हैं जज्बात

कोई गम की बात जब, देती सीना चीर
तब आँसू बन कर दवा, हर लेते हैं पीर

पत्थर सा दिल हो गया , सूख गये जब नैन
फूटेगा दरिया कभी, तभी मिलेगा चैन

डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद (उ प्र)
06-09-2017

Language: Hindi
372 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
रोज रात जिन्दगी
रोज रात जिन्दगी
Ragini Kumari
🌹*लंगर प्रसाद*🌹
🌹*लंगर प्रसाद*🌹
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
*** हमसफ़र....!!! ***
*** हमसफ़र....!!! ***
VEDANTA PATEL
3238.*पूर्णिका*
3238.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"परखना सीख जाओगे "
Slok maurya "umang"
मैं बंजारा बन जाऊं
मैं बंजारा बन जाऊं
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
दुमका संस्मरण 2 ( सिनेमा हॉल )
दुमका संस्मरण 2 ( सिनेमा हॉल )
DrLakshman Jha Parimal
मातृ रूप
मातृ रूप
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
ईद मुबारक
ईद मुबारक
Satish Srijan
*ढूंढ लूँगा सखी*
*ढूंढ लूँगा सखी*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ऊँचे जिनके कर्म हैं, ऊँची जिनकी साख।
ऊँचे जिनके कर्म हैं, ऊँची जिनकी साख।
डॉ.सीमा अग्रवाल
फूल
फूल
Neeraj Agarwal
*फितरत*
*फितरत*
Dushyant Kumar
■ आज का शेर-
■ आज का शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
ज़िंदगी  ने  अब  मुस्कुराना  छोड़  दिया  है
ज़िंदगी ने अब मुस्कुराना छोड़ दिया है
Bhupendra Rawat
खूबसूरत जिंदगी में
खूबसूरत जिंदगी में
Harminder Kaur
🌹मेरी इश्क सल्तनत 🌹
🌹मेरी इश्क सल्तनत 🌹
साहित्य गौरव
मेरा यार
मेरा यार
rkchaudhary2012
हाँ ये सच है कि मैं उससे प्यार करता हूँ
हाँ ये सच है कि मैं उससे प्यार करता हूँ
Dr. Man Mohan Krishna
कुदरत है बड़ी कारसाज
कुदरत है बड़ी कारसाज
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"प्यासा कुआँ"
Dr. Kishan tandon kranti
"द्रौपदी का चीरहरण"
Ekta chitrangini
देव-कृपा / कहानीकार : Buddhsharan Hans
देव-कृपा / कहानीकार : Buddhsharan Hans
Dr MusafiR BaithA
★साथ तेरा★
★साथ तेरा★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
जग में अच्छे वह रहे, जिन पर कोठी-कार (कुंडलिया)*
जग में अच्छे वह रहे, जिन पर कोठी-कार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कुंठाओं के दलदल में,
कुंठाओं के दलदल में,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
* खिल उठती चंपा *
* खिल उठती चंपा *
surenderpal vaidya
बात क्या है कुछ बताओ।
बात क्या है कुछ बताओ।
सत्य कुमार प्रेमी
बाल कविता: मदारी का खेल
बाल कविता: मदारी का खेल
Rajesh Kumar Arjun
बस तुम्हें मैं यें बताना चाहता हूं .....
बस तुम्हें मैं यें बताना चाहता हूं .....
Keshav kishor Kumar
Loading...