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Suryakant Dwivedi
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8 Jan 2022 · 1 min read
आँसू
टपके आँसू आँख से, और होंठ पर लीन।
हँसते हँसते रो पड़े, जीवन के दो सीन।।
सूर्यकांत द्विवेदी
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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