आँसू
जानें कहते हैं लोग क्यों यह,
जल की कमी है इस दुनियां में,
सूखा चारों ओर छाया है,
हमारी आँखों में बसा समुन्दर,
उदासी का घना साया है,
दर्द के बादल उठे हैं दिल में,
नैनों में तूफाँ भर आया है,
बहती धार आंसुओं की ऐसे,
जैसे सैलाव कोई आया है,
जाहिर न् किसी को होने दिया,
मुस्कुराहट का इंद्र धनुष बिछाया है,
अपनी हँसी के पीछे हमने,
इन आँसुओं का दरिया बनाया है।।
By:Dr Swati Gupta