आँसू-हाइकु
आँसू-हाइकु
1.ठहरी नदी
प्रबल जलधारा
टूटा किनारा।
2.आकुल मन
बेताब धड़कन
बहता नीर।
3.पिघली रात
तरल हुई भोर
ओस सा लोर।
4. धुंध अँजोर
चोटिल पोर-पोर
सावन नैन।
5.सहमा व्योम
घटाएँ घनघोर
काजल कोर।
6. पर्वत पीर
टिप टिप बादल
उर अधीर।
7.द्रवित ताप
जेहन का संताप
उड़ता भाप।
-©नवल किशोर सिंह