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16 Sep 2018 · 1 min read

आँसू-हाइकु

आँसू-हाइकु
1.ठहरी नदी
प्रबल जलधारा
टूटा किनारा।

2.आकुल मन
बेताब धड़कन
बहता नीर।

3.पिघली रात
तरल हुई भोर
ओस सा लोर।

4. धुंध अँजोर
चोटिल पोर-पोर
सावन नैन।

5.सहमा व्योम
घटाएँ घनघोर
काजल कोर।

6. पर्वत पीर
टिप टिप बादल
उर अधीर।

7.द्रवित ताप
जेहन का संताप
उड़ता भाप।

-©नवल किशोर सिंह

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 331 Views
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