आँसू अब पोंछ डाल…
आँसू अब पोंछ डाल,
मत हो इतना बेहाल,
देखो सुख दुःख आते जाते,
हमको रुलाते हमको हँसाते,
नहीं होता इनका कभी अंत,
थोड़े से मन को बना लो संत,
दिन के बाद होता सदा अंधेरा ,
आशा मत छोड़ होगा फिर सवेरा,
दुःख का भी होता
हैं छोर ,
फिर शुरू होती सुख भौर,
जीवन बड़ा अनमोल है,
सुख दुःख का मेलजोल है,
माटी की यह काया हैं,
गल जाती ऐसी माया हैं,
कौन यहाँ अमर होने आया?
किसने खुद को अमिट बनाया?
सदियों से यहीं सबने पाया,
एक दिन छोड़ देता साथ साया,
तेरा मेरा सब यहीं छूट जाएगा,
तेरे सद्कर्मो को तू खुद पाएगा,
आँसू अब पोंछ डाल,
मत हो इतना बेहाल,
—-जेपीएल