Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jul 2021 · 1 min read

आँसुओ का नल खुला यूँ छोड़कर

विधा-गजल

बेखबर होने लगे हो आजकल।
चैन से सोने लगे हो आजकल।१

जख्म कुछ गहरा मिला क्या आपको,
हर घड़ी रोने लगे हो आजकल।२

हो गई है पुष्प से क्यों दुश्मनी,
शूल अब बोने लगे हो आजकल।३

आंँसुओं का नल खुला यूँ छोड़कर,
याद सब धोने लगे हो आजकल।४

‘सूर्य’ कुछ उखड़े हुए रहते हो’ तुम,
दिल पे क्या ढोने लगे हो आजकल।५

(स्वरचित मौलिक)
#सन्तोष_कुमार_विश्वकर्मा_सूर्य
तुर्कपट्टी, देवरिया, (उ.प्र.)
☎️7379598464

204 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुझे क्रिकेट के खेल में कोई दिलचस्पी नही है
मुझे क्रिकेट के खेल में कोई दिलचस्पी नही है
ruby kumari
सलीके से हवा बहती अगर
सलीके से हवा बहती अगर
Nitu Sah
🙏दोहा🙏
🙏दोहा🙏
राधेश्याम "रागी"
मुक्ताहरा सवैया
मुक्ताहरा सवैया
Kamini Mishra
"निर्णय आपका"
Dr. Kishan tandon kranti
हिंदी दोहा- अर्चना
हिंदी दोहा- अर्चना
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
🙅Don't Worry🙅
🙅Don't Worry🙅
*प्रणय*
11. एक उम्र
11. एक उम्र
Rajeev Dutta
अगर मुझे पढ़ सको तो पढना जरूर
अगर मुझे पढ़ सको तो पढना जरूर
शेखर सिंह
पानीपुरी (व्यंग्य)
पानीपुरी (व्यंग्य)
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
गीत- अनोखी ख़ूबसूरत है...पानी की कहानी
गीत- अनोखी ख़ूबसूरत है...पानी की कहानी
आर.एस. 'प्रीतम'
किससे माफी माँगू, किसको माँफ़  करु।
किससे माफी माँगू, किसको माँफ़ करु।
Ashwini sharma
मां
मां
Sanjay ' शून्य'
अगर तूँ यूँहीं बस डरती रहेगी
अगर तूँ यूँहीं बस डरती रहेगी
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*बाल गीत (मेरा प्यारा मीत )*
*बाल गीत (मेरा प्यारा मीत )*
Rituraj shivem verma
‌‌भक्ति में शक्ति
‌‌भक्ति में शक्ति
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
महकती रात सी है जिंदगी आंखों में निकली जाय।
महकती रात सी है जिंदगी आंखों में निकली जाय।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*खुशियों की सौगात*
*खुशियों की सौगात*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मत भूल खुद को!
मत भूल खुद को!
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
कसूर किसका
कसूर किसका
Swami Ganganiya
इस गुज़रते साल में...कितने मनसूबे दबाये बैठे हो...!!
इस गुज़रते साल में...कितने मनसूबे दबाये बैठे हो...!!
Ravi Betulwala
हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
Shweta Soni
Me and My Yoga Mat!
Me and My Yoga Mat!
R. H. SRIDEVI
एक फूल
एक फूल
अनिल "आदर्श"
💐प्रेम कौतुक-562💐
💐प्रेम कौतुक-562💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बलिदानियों की ज्योति पर जाकर चढ़ाऊँ फूल मैं।
बलिदानियों की ज्योति पर जाकर चढ़ाऊँ फूल मैं।
जगदीश शर्मा सहज
📚पुस्तक📚
📚पुस्तक📚
Dr. Vaishali Verma
मानसिक तनाव
मानसिक तनाव
Sunil Maheshwari
Don't leave anything for later.
Don't leave anything for later.
पूर्वार्थ
Loading...