आँशु उसी के सामने बहाना जो आँशु का दर्द समझ सके
आँशु उसी के सामने बहाना जो आँशु का दर्द समझ सके
दुवा उसी से लेना जो दिल से दुवा दे सकें
रिश्ता उसी से रखना जो रिश्ते की अहमियत समझ सकें
अपना अनुभव
आँशु उसी के सामने बहाना जो आँशु का दर्द समझ सके
दुवा उसी से लेना जो दिल से दुवा दे सकें
रिश्ता उसी से रखना जो रिश्ते की अहमियत समझ सकें
अपना अनुभव