— आँख सब कुछ देख सकती है..पर ? —
सच ही तो कहा है
आँख सब कुछ देख सकती है
पर अपनी आँख में गिरा
कण या तिनका नही देख सकती
ऐसे ही होते हैं कई चेहरे
जो सब देख सकते हैं
पर अपने चेहरे के रूप
देख कर अनजान बन जाते हैं
नहीं दिखाई देती उनको
अपनी की हुई कारगुजारियां
दुसरे की फट से पकड़ कर,
कर देते हैं दुश्वारियां
अपने किये पर कभी तो गौर करो
खुद का सच से साक्षात्कार करो
कब तक ओढो के चादर झूठ की
भूल कर भी ऐसा न व्यापार करो
अजीत कुमार तलवार
मेरठ