आँख कर दे दान कँवल दिल को सुकून मिल जायेगा
तेरे मेरे बीच फिर भी फासला रह जाएगा
मिट भी जाएँ दूरियां फिर भी गिला रह जाएगा
आँधी आये या कि तूफ़ा बुझ नहीं पायेगा वो
जिस दिए में जान होगी वो दीया रह जाएगा
यूँ न खेल दिलों से किसी के ऐ बेवफ़ा
बनकर तू भी कोई बस खिलौना रह जाएगा
राजा हो या रंक ,दुनिया छोड़ कर जाना तो है
जो तू करता मेरा मेरा सब धरा रह जाएगा
क्यों बैठे है अपनो में लपेटे चादर ग़ुरूर की
इक दिन ऐसा आयेगा खुद तनहा रह जाएगा
आँख कर दे दान कँवल दिल को सुकूँ मिल जाएगा
इस बहाने दुनिया में नाम तेरा रह जाएगा