Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2023 · 1 min read

आँखें मुंदे

आंखें मुंदे
नदी किनारे
नाव चले
पतवार हिले
हवाओं की सनसनाहट
पेड़ो की हलचल
खामोशी से
हौले-हौले
गीत सुनाये
प्रीत बताये
डालों की पत्तियां
पलकों को
छुके जगाये
शरीर जगे
सब बेजान मिले
आंखें मुंदे
नदी किनारे ।

Language: Hindi
1 Like · 289 Views

You may also like these posts

विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लम्बोदराय सकलाय जगद्धितायं।
विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लम्बोदराय सकलाय जगद्धितायं।
Shashi Dhar Kumar
4785.*पूर्णिका*
4785.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चाँद शीतलता खोज रहा है🙏
चाँद शीतलता खोज रहा है🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
संस्कारी बच्चा-   Beby तुम बस एक साल रह लो कुॅवांरी,
संस्कारी बच्चा- Beby तुम बस एक साल रह लो कुॅवांरी,
Shubham Pandey (S P)
दोहे : राघव
दोहे : राघव
Rita Singh
रात  जागती  है रात  भर।
रात जागती है रात भर।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आदमी क्यों  खाने लगा हराम का
आदमी क्यों खाने लगा हराम का
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सज्जन पुरुष दूसरों से सीखकर
सज्जन पुरुष दूसरों से सीखकर
Bhupendra Rawat
अंधेरी झाड़ी
अंधेरी झाड़ी
C S Santoshi
मोर
मोर
विजय कुमार नामदेव
शुभ सांझ
शुभ सांझ
*प्रणय*
#अनुत्तरित प्रश्न
#अनुत्तरित प्रश्न
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
प्यार और परवाह करने वाली बीबी मिल जाती है तब जिंदगी स्वर्ग स
प्यार और परवाह करने वाली बीबी मिल जाती है तब जिंदगी स्वर्ग स
Ranjeet kumar patre
वक़्त गुज़रे तो
वक़्त गुज़रे तो
Dr fauzia Naseem shad
उससे मिलने को कहा देकर के वास्ता
उससे मिलने को कहा देकर के वास्ता
डॉ. दीपक बवेजा
व्यवहारिकता का दौर
व्यवहारिकता का दौर
पूर्वार्थ
माँ की दुआ
माँ की दुआ
Anil chobisa
नहीं-नहीं प्रिये
नहीं-नहीं प्रिये
Pratibha Pandey
वीरमदे
वीरमदे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
धन से आप दुनिया की कोई भी वस्तु खरीद सकते है।
धन से आप दुनिया की कोई भी वस्तु खरीद सकते है।
Rj Anand Prajapati
जिंदगी में कुछ कदम ऐसे होते हैं जिन्हे उठाते हुए हमें तकलीफ
जिंदगी में कुछ कदम ऐसे होते हैं जिन्हे उठाते हुए हमें तकलीफ
jogendar Singh
*शिवोहम्*
*शिवोहम्* "" ( *ॐ नमः शिवायः* )
सुनीलानंद महंत
एक गल्ती ने सांवरे की, नजरों से गिरा दिया।
एक गल्ती ने सांवरे की, नजरों से गिरा दिया।
श्याम सांवरा
کچھ متفررق اشعار
کچھ متفررق اشعار
अरशद रसूल बदायूंनी
लज्जा
लज्जा
Nitin Kulkarni
सैल्यूट है थॉमस तुझे
सैल्यूट है थॉमस तुझे
Dr. Kishan tandon kranti
*ताबीज बना रक्षक*(कहानी)
*ताबीज बना रक्षक*(कहानी)
Dushyant Kumar
पेटी वाला बर्फ( बाल कविता)
पेटी वाला बर्फ( बाल कविता)
Ravi Prakash
जब बनना था राम तुम्हे
जब बनना था राम तुम्हे
ललकार भारद्वाज
Loading...