अड़ियल सावन
मैं इतनी
प्रायोगिक
हो गयी हूँ,
कि नास्तिकता के
करीब
हो गयी हूँ !
तथापि
झूमता सावन
अड़ गया है,
तन-मन में
जलफुहार
भर गया है !
मैं इतनी
प्रायोगिक
हो गयी हूँ,
कि नास्तिकता के
करीब
हो गयी हूँ !
तथापि
झूमता सावन
अड़ गया है,
तन-मन में
जलफुहार
भर गया है !