अहा!नव सृजन की भोर है
हर्ष , उल्लास चहुंओर है
अहा!नव सृजन की भोर है
कोहरे में डूबती फिजाएं
बदली और ये सर्द हवाएं
शर्माकर जलते हुए आग
मक्के की रोटी और साग
चमकता सूरज चितचोर है
अहा!नव सृजन की भोर है
पूरे वर्ष का आडिट कर लें
अपने कर्मों की नज़र ले
हो सके तो माफ़ कर लें
दिल के गुबार साफ कर लें
हैप्पी न्यू ईयर का शोर है
अहा!नव सृजन की भोर है ।
नूर फातिमा खातून” नूरी”
जिला कुशीनगर