अहसास
प्यार भी मैं हूँ
अहसास भी मैं हूँ
जिसे तु ना समझे
वो अहसास भी मैं हूँ
जिस पर तुझे विश्वास
वो विश्वास भी मैं हूँ
जो बनाया है तूने घर
तेरा परिवार भी मैं हूँ
इस छोटी सी दुनिया की
क्या बात करता है
पूरा ब्रहमाण्ड भी मैं हूँ
तु इस अहंकार को छोड
यहा हर एक कण -कण मैं हूँ
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Swami Ganganiya