“” अहंकार दफनाएगे विजय श्री पाएंगे””
आज हम इस संकल्प के साथ,पुतला दहन करने जाएंगे।
मन में जो अहंकार रूपी “रावण” बसा,उसे भी दफनाएंगे।
लंकापति तो सदियों पहले जला,पुतला हर वर्ष जला।
इस वर्ष हम असत्य पर सत्य की ही पूर्ण विजय श्री पाएंगे।।
मेरा यह संकल्प टूटने ना पाए, भाव सभी के यह बन जाए।
अनुनय मन के सारे दुराभाव,एक एक कर जलाएंगे।।
** विजय दशमी की आप सभी को शुभकामनाएं **
राजेश व्यास अनुनय