Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Mar 2023 · 1 min read

अस्तित्व है उसका

स्वतंत्र सही लेकिन
स्वतंत्र नहीं नारी
देह की परिभाषा से
क्यों मुक्त नहीं नारी ॥
देह से विलग भी
अस्तित्व है उसका ।
केवल कामेच्छा का
माध्यम नहीं नारी ॥

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
10 Likes · 454 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
मुस्कानों की बागानों में
मुस्कानों की बागानों में
sushil sarna
तेरे कहने का अंदाज ये आवाज दे जाती है ।
तेरे कहने का अंदाज ये आवाज दे जाती है ।
Diwakar Mahto
*
*"जहां भी देखूं नजर आते हो तुम"*
Shashi kala vyas
माता, महात्मा, परमात्मा...
माता, महात्मा, परमात्मा...
ओंकार मिश्र
दोहा -
दोहा -
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बस नज़र में रहा हूं दिल में उतर न पाया,
बस नज़र में रहा हूं दिल में उतर न पाया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अकेला हूँ ?
अकेला हूँ ?
Surya Barman
╬  लड़के भी सब कुछ होते हैं   ╬
╬ लड़के भी सब कुछ होते हैं ╬
पूर्वार्थ
होरी खेलन आयेनहीं नन्दलाल
होरी खेलन आयेनहीं नन्दलाल
Bodhisatva kastooriya
ख़त्म अपना
ख़त्म अपना
Dr fauzia Naseem shad
कुली
कुली
Mukta Rashmi
देश का वामपंथ
देश का वामपंथ
विजय कुमार अग्रवाल
"परम्परा के नाम पर"
Dr. Kishan tandon kranti
बचपन के दिन
बचपन के दिन
Surinder blackpen
बाल कविता: नानी की बिल्ली
बाल कविता: नानी की बिल्ली
Rajesh Kumar Arjun
उफ्फ,
उफ्फ,
हिमांशु Kulshrestha
मेरा देश महान
मेरा देश महान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
4131.💐 *पूर्णिका* 💐
4131.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अमीरों की गलियों में
अमीरों की गलियों में
gurudeenverma198
दिल से बहुत बधाई है पोते के जन्म पर।
दिल से बहुत बधाई है पोते के जन्म पर।
सत्य कुमार प्रेमी
ईमान
ईमान
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
इंसानियत खो गई
इंसानियत खो गई
Pratibha Pandey
फूल भी हम सबको जीवन देते हैं।
फूल भी हम सबको जीवन देते हैं।
Neeraj Agarwal
शीर्षक – फूलों सा महकना
शीर्षक – फूलों सा महकना
Sonam Puneet Dubey
*मतदाता को चाहिए, दे सशक्त सरकार (कुंडलिया)*
*मतदाता को चाहिए, दे सशक्त सरकार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मानवता
मानवता
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
अच्छा ख़ासा तवील तआरुफ़ है, उनका मेरा,
अच्छा ख़ासा तवील तआरुफ़ है, उनका मेरा,
Shreedhar
काश इतनी शिद्दत से कुछ और चाहा होता
काश इतनी शिद्दत से कुछ और चाहा होता
©️ दामिनी नारायण सिंह
इस धरातल के ताप का नियंत्रण शैवाल,पेड़ पौधे और समन्दर करते ह
इस धरातल के ताप का नियंत्रण शैवाल,पेड़ पौधे और समन्दर करते ह
Rj Anand Prajapati
कोई फ़र्क़ पड़ता नहीं है मुझे अब, कोई हमनवा हमनिवाला नहीं है।
कोई फ़र्क़ पड़ता नहीं है मुझे अब, कोई हमनवा हमनिवाला नहीं है।
*प्रणय*
Loading...