Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jan 2024 · 1 min read

अस्तित्व पर अपने अधिकार

अस्तित्व पर अपना अधिकार करिए।
स्वयं भी स्वयं का सत्कार करिए।
समझे ना जो तेरे भावों की भाषा,
दूर से ही उसको नमस्कार करिए।
दया, प्रेम का हृदय में विस्तार करिए,
किसी का कभी ना तिरस्कार करिए।
अभिव्यक्ति पर अपनी उपकार करिए
जो स्वीकार ना हो, अस्वीकार करिए ।
अस्तित्व पर अपना अधिकार करिए,
स्वयं ही स्वयं का सत्कार करिए।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
5 Likes · 188 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

दिल का मौसम
दिल का मौसम
Minal Aggarwal
"प्यार का रोग"
Pushpraj Anant
3100.*पूर्णिका*
3100.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुमसे दूर रहकर जाना जुदाई क्या होती है
तुमसे दूर रहकर जाना जुदाई क्या होती है
डी. के. निवातिया
मोनालिसा
मोनालिसा
Dr. Kishan tandon kranti
आदत अच्छी नहीं है किसी को तड़पाने की
आदत अच्छी नहीं है किसी को तड़पाने की
Jyoti Roshni
श्रद्धा तर्क, तर्कबुद्धि तथा ईश्वर (Faith, Logic, Reason and God)
श्रद्धा तर्क, तर्कबुद्धि तथा ईश्वर (Faith, Logic, Reason and God)
Acharya Shilak Ram
ये सर्द रात
ये सर्द रात
Surinder blackpen
युवा मन❤️‍🔥🤵
युवा मन❤️‍🔥🤵
डॉ० रोहित कौशिक
मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा , न्यौता सबका आने को...
मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा , न्यौता सबका आने को...
Shubham Pandey (S P)
"थोड़ी थोड़ी शायर सी"
©️ दामिनी नारायण सिंह
मेरे पिता का गांव।
मेरे पिता का गांव।
Amber Srivastava
इंसान और कुता
इंसान और कुता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
न ही मगरूर हूं, न ही मजबूर हूं।
न ही मगरूर हूं, न ही मजबूर हूं।
विकास शुक्ल
तेरे सहारे ही जीवन बिता लुंगा
तेरे सहारे ही जीवन बिता लुंगा
Keshav kishor Kumar
*बाल गीत (मेरा मन)*
*बाल गीत (मेरा मन)*
Rituraj shivem verma
कहां जाऊं सत्य की खोज में।
कहां जाऊं सत्य की खोज में।
Taj Mohammad
चांद सितारे टांके हमने देश की तस्वीर में।
चांद सितारे टांके हमने देश की तस्वीर में।
सत्य कुमार प्रेमी
बात बिगड़ी थी मगर बात संभल सकती थी
बात बिगड़ी थी मगर बात संभल सकती थी
Shivkumar Bilagrami
विषय - स्वाधीनता
विषय - स्वाधीनता
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*******खुशी*********
*******खुशी*********
Dr. Vaishali Verma
तब गाँव हमे अपनाता है
तब गाँव हमे अपनाता है
संजय कुमार संजू
*राखी लेकर बहना है भाई के घर आई*
*राखी लेकर बहना है भाई के घर आई*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
AE888 - Tham Gia và Trải Nghiệm Cá Cược Trực Tiếp với Tỷ Lệ
AE888 - Tham Gia và Trải Nghiệm Cá Cược Trực Tiếp với Tỷ Lệ
AE888
#नई_शिक्षा_नीति
#नई_शिक्षा_नीति
*प्रणय*
सत्य
सत्य
लक्ष्मी सिंह
ग़ज़ल
ग़ज़ल
seema sharma
बावला
बावला
Ajay Mishra
जिंदगी मुस्कुराती थी कभी, दरख़्तों की निगेहबानी में, और थाम लेता था वो हाथ मेरा, हर एक परेशानी में।
जिंदगी मुस्कुराती थी कभी, दरख़्तों की निगेहबानी में, और थाम लेता था वो हाथ मेरा, हर एक परेशानी में।
Manisha Manjari
यथार्थ
यथार्थ
इंजी. संजय श्रीवास्तव
Loading...