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2 Dec 2024 · 1 min read

असीम सृष्टि

सृष्टि
की
असीमता
में खो कर
जब मुझे
अपनी
परीमितता
का
अहसास
हुआ

तब
मैं एक
नन्ही
बच्ची सी
उसके
दामन से
जा लिपटी
और उस से
एक होकर
अपनी
असीमता
को पा गई

और मेरी
परीमितता
खो कर
न जाने
कहां
हवा हो
गई

💚© मीनाक्षी मधुर 💚

Language: Hindi
20 Views
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