असली में ध्रुवीकारण किसने किया ? BJP ने या AAP ने
मंगलवार 11 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम देर साम तक पुर्ण रुप से सब के सामने आए जिसमें AAP को 62 , BJP को 8 एवं कांग्रेस को 0 सिटे मिली इसी के साथ माननीय अरविंद केजरीवाल का दिल्ली का तिवारा मुख्यमंत्री बनना निश्चित होगया है |
यू तो दिल्ली विधानसभा चुनाव में कई मुद्दे रहे जिसमे फ्री बिजली , पानी , स्कुल आदी पर इन सब में प्रमुख रुप से केन्द में रहा ‘शाहिनबाग’ | इसी शाहिनबाग का अपने भाषणों में गृहमंत्री अमित शाह एवं BJP के अन्य नेताओ के द्वारा जिक्र करने पर इसे मिडिया द्वारा यह कहा गया कि BJP ध्रुवीकारण करने कि कोशिश की मगर क्या यह आरोप सत्य है ? इस सबाल का कोई जबाब या निष्कर्ष जानने से पहले हमें शाहिनबाग के बारे में जानना पडे़गा |
वआधारभुत रुप से शाहिनबाग को इसलिए जाना जाने लगा क्योकि वहा महिलाएं , बुजुर्ग महिलाएं एवं बच्चे CAA ( नागरीक्ता संसोधन कानुन ) तथा NRC ( जो कि अभी आयी नही है ) का विरोध कर रहे हैं मगर यहा से लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ मुसलसल बयानबाजी हो रही थी तथा बेब मिडिया एवं सोसल मिडिया में यह भी आया है कि 8 साल के मासुम बच्चे से प्रधानमंत्री के खिलाफ अपशब्द कहलवाए जा रहे थे यह भी खबरों एवं मिडिया में है कि कई आपत्तीजनक एक धर्म विशेष कि घृणा से सने हुए पोस्टर भी लगाए गए थे जिनमें स्वास्तिक को आग लगाना , बिन्दी लगाए हुई महिलाओ को हिजाब में दिखाना आदि सामिल है और यह सब तब किया जा रहा था जब यह प्रदर्शन एक कानुन एवं एक प्रस्तावित कानुन के खिलाफ राजनीतिक प्रदर्शन कहा जा रहा था | और ऐसा भी नही है कि यहा केवस ऐसी महिलाएं है जिन्हे CAA और NRC का पुरा सच नही पता और वह किसी तरह कि गलतफहमी में विरोध प्रदर्शन कर रही हों बल्कि इसके ईतर यहा JNU , AMU के PHD एवं मास्टर्स के स्कॉलर तथा कांग्रेस पार्टी के नेता तक भाषण दे चुके हैं | यही नही AAP के विधायक उम्मीदवार अमानतुल्लाह खान का भी पुरा समर्थन था और असम को देश अलग करने कि बात कहने वाला हिरासत में लिया गया सर्जिल इमाम भी मिडिया के अनुसार अमानतुल्लाह खान के साथ देखा गया था | जिस शाहिनबाग में राजनीतिक विरोघ प्रदर्शन के चादर तले देश कि बहुसंख्यक आबादी के धर्म के प्रति , BJP के प्रति एवं देश के प्रति घृणा का एजेंडा चल रहा था | यह भी खबरों में हे कि शाहिनबाग में सभी तरह के पत्रकारों को भी जाने नही दिया जा रहा था और कुछ न्यंज चैनलों के पुरुष पत्रकारों के साथ साथ महिला पत्रकारों के साथ भी दुर्व्यवहार एवं मारपिट कि गई थी |
यह बात बहुत महत्वपूर्ण है कि बड़ों के विरोध प्रदर्शन में दो मासुम दुधमूंहे बच्चों कि मौत हो गई है जिनमें से एक बच्चा चार माह का था एवं एक बच्ची मात्र दो महिने कि थी इसी पर बाल अधिकार आयोग ने संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट पहुचा एवं अब मामला सुप्रीम कोर्ट नयायिक पथ पर है | शाहिनबाग के बेबुनियादी विरोध प्रदर्शन या एजेंडा कह लिजिए एक माह से ज्यादा वक्त से आम आवा जाही में बाधा हो रही है |
लगातार BJP के भाषणों में शाहिनबाग का जिक्र होने पर अरविंद केजरीवाल निरंतर कहते रहे के गृहमंत्री अमित शाह को वहा जाना चाहिए ओर रास्ता खुलवाना चाहिए मगर वह खुद नही गए एवं एक स्थान पर हुई गोली चलाने कि घटना में AAP का सदस्य हि पकडा़ गया हिल्ली पुलिस एवं मिडिया खबरों के अनुसार और वैसे यह सच तो किसी से छुपा नही है कि केजरीवाल साहब कईयों बार मिडिया में आने के लिए एवं जनता कि सहानुभुति पाने के लिए खुद को थप्पड़ भी मरवा चुके हैं | तो यह सारी बातें स्वयं संकेत करती हैं कि केजरीवाल साहब तो खुद शाहिनबाग के साथ खडे़ नही हुए मगर उनकी पार्टी AAP और मनिस सिसोदिया मजबुती से शाहिनबाग के साथ खडे़ रहे | और जहा तक रही शाहिनबाग के विरोध प्रदर्शन नाटक के वास्तविक होने कि बात तो CAA और NRC का सच किसी से छुपा नही है |
और अब जब दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम आए हैं तो इस एजेंडे एवं ध्रुवीकारण का साफ और स्पस्ट असर देखा जा सकता है जहा आम आदमी पार्टी ( AAP ) के विॉधायक उम्मीदवार अमानतुल्लाह खान ने 76100 वोटों से जीत दर्ज कि है जो कि दुसरी सबसे बडी़ जीत है और इसी तरह का हाल बाकि के मुस्लीम बहुल सिटों का भी है | तो ध्रुवीकारण कि राजनीति किसकी थी और किसको इसका लाभ मिला है यह सत्य सब के सामने उजागर होगया है | अगर बात करें BJP कि तो BJP का मत प्रतिशत पहले के विधानसभा चुनावों से बेहतर होकर 38.4 % रहा जिका मतलब यह है कि BJP पुरी तरह से नकारी नही गई है और जिस तरह से BJP ध्रुवीकारण करने का आरोप तमाम चुनावों में चाहे वह जीते हो या हारे हो तमाम न्युज चैनलों , अखबारों , बेब न्युज पोर्टलों एवं सोसल मिडिया पर झेलती आयी है यह काबिले तारीफ है और जैसा कि चुनाव हारने वाली हर पार्टियां करती हैं BJP भी हार पर मंथन कर रही है और ध्रुवीकारण किए जाने और के फायदे नुकसान का सच सब के सामने है , नमस्कार |