असमंजस
असमंजस … जाऊं या रुकूं
देखूं या फेर लूं ऑंखें
उसे क्या चाहिए
मेरा रुक जाना … या चले जाना
लहलहाते फसलों से
उफनती नदी की ओर बढ़ जाना … असमंजस … ?
~ सिद्धार्थ
असमंजस … जाऊं या रुकूं
देखूं या फेर लूं ऑंखें
उसे क्या चाहिए
मेरा रुक जाना … या चले जाना
लहलहाते फसलों से
उफनती नदी की ओर बढ़ जाना … असमंजस … ?
~ सिद्धार्थ